मुनिराम सकलानी ‘मुनीद्र’ (Muniram Saklani ‘Muneendra’)
(माताः श्रीमती गायत्री देवी, पिताः श्री जगदीश प्रसाद सकलानी)
जन्मतिथि : 20 दिसम्बर 1955
जन्म स्थान : धौल्याणी चम्बा
पैतृक गाँव : धौल्याणी जिला : टिहरी गढ़वाल
वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 2 पुत्र, 1 पुत्री
शिक्षा : पीएच.डी.
प्राथमिक शिक्षा- प्राइमरी पाठशाला, बहेडा
हाईस्कूल, इण्टर- रा. इ. का., चम्बा (टिहरी)
बी.ए.- श्री गुरु रामराय पी.जी. कालेज, देहरादून
एम.ए. (अंग्रेजी)- संघटक महाविद्यालय, पौड़ी
एम.ए. (हिन्दी), एल.एल.बी.- डी.ए.वी. कालेज, देहरादून
एल.टी.- रा. बेसिक प्रशिक्षण महाविद्यालय, वाराणसी
पी.जी. डिप्लोमा ;पत्रकारिताद्ध- के.एम. इंस्टीट्यूट, आगरा, उ.प्र.
पीएच.डी.- राजा बलवन्त सिंह कालेज, आगरा विश्वविद्यालय
जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः जब मैं पुस्तकें लिखने लगा और सम्मान/पुरस्कार मिलने लगे।
प्रमुख उपलब्धियाँ : अब तक विविध विषयों में पाँच मौलिक पुस्तकें लिखीं एवं अनुदित की।नगर राजभाषा कार्यान्वयन पुरस्कार तथा केन्द्रीय सचिवालय हिन्दी परिषद पुरस्कार प्राप्त किए। उत्तराखण्ड शोध संस्थान द्वारा 1999 में ‘साहित्य एवं पत्रकारिता’ के लिए सम्मानित। अनेक संस्थाओं द्वारा सम्मानित।
युवाओं के नाम संदेशः उत्तरांचल के नागरिक उत्तरांचल के चुतर्दिक विकास में योगदान दें और उत्तरांचल की संस्कृति व प्रकृति के संरक्षण के साथ उत्तरांचल के विकास के नये आयाम स्थापित करने में अपने-अपने क्षेत्र में परिश्रम व लगन से कार्यरत रहें और समाज में सद्भाव बनाए रखें।
विशेषज्ञता : साहित्य, लेखन।
नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।
saklaniji ke bare me padkar bahut achha laga.